गुरुवार, 10 अक्तूबर 2013

जबाब कौन देगा?           
संसद जबाब देगी इसका या संविधान बतलायेगा,
पुलिस तमाशा देख रही इन्हें कौन बचाने आएगा,
अपने ही घर में लोग यहाँ पर जिन्दा जलाए जाते है,
अफ़सोस न्यायालय द्वारा कातिल निर्दोष बताए जाते है|
भारत के लिए हमने गांधी का सपना कहाँ साकार किया,
जब दिन-दहाड़े दबंगों ने दलितों पर अत्याचार किया,
गांधीजी के हरिजन यहाँ दहशत के साये में जीते हैं,
उनके लाडले आज भी बिन बिस्तर भूखे पेट ही सोते हैं,
धर्म के नाम पर आतंकी से दोष हटाये जाते हैं,
अफ़सोस न्यायालय द्वारा कातिल निर्दोष बताए जाते है|
बाबा साहब का एक सपना इनको सशक्त करने का था,
सम्मानित जीवन देकर,इनको बंधन से मुक्त करने का था,
हिंदुस्तान में भी इनको अंग्रेजो के जैसे सताया जायेगा,
भारत के वीर शहीदों को  फिर क्या संदेशा जाएगा,
सारे समाज की गंदगी ढोने के काम इनके सर आते है,
अफ़सोस न्यायालय द्वारा कातिल निर्दोष बताए जाते है|
    

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