गुरुवार, 15 मई 2014

''रवियो जल्दी आ जईहे,,राजू जी एके मीटिंग में आ गइलन''

'रविकिशन' को मनोज तिवारी का यह सुझाव 'एंकर साहिबा' के चेहरे पर खुशी ला दिया शायद वो सोच रही होंगी कि अगर 'रविकिशन' को 'तिवारी जी' का यह सुझाव भा गया तो यह 'एबीपी' के लिए भयंकर ब्रेकिंग न्यूज होगा,,,,,
लेकिन रविकिशन और मनोज तिवारी इस इंटरव्यू में किसी भी तरह से दो धुरविरोधी राजनीतिक पार्टियो के नेता नहीं लग रहे थे| गीत और डायलॉग ने वाद विवाद को और भी मजेदार बना दिया| राहुल गांधी के बारे में पूछे जाने पर 'रविकिशन' का बुरा जेनरल नॉलेज सामने आया कि वो दिल्ली में ही हैं| परन्तु तिवारी जी ने एक जबरदस्त पलटवार किया यह गीत गा कर कि,,''अस्सीये से कई के बीए बेटवा हमार कम्पटीशन देता,,एमए में लेके एडमिशन कम्पटीशन देता,,'' लेकिन रविकिशन द्वारा गाया गया गीत का यह मुखड़ा कहीं से भी 'कांग्रेस की वर्तमान परिस्थिति पर फिट नहीं बैठ रहा था, ''लिट्टी चोखवा बनल बा बड़ा मजदार जे खाई ना उ पछताई मोरे यार,,''अंत में 'रविकिशन' जी द्वारा 'मनोज तिवारी' को दी जाने वाली शुभकामना तो इसी तरफ इशारा कर रही थी कि 'बिहारी बबुआ' को भविष्य की भविष्वाणीयां समझ में आ चुकी है| लेकिन चुनावी नतीजे आने से पहले ही 'मनोज तिवारी' जी का यह कहना उनके अति उत्साह को दिखा रहा था कि,''सारे देश को धन्यवाद जो समझा अब मोदी की जरुरत है|''

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